कालसर्प दोष की पूजा कहाँ होती है?
कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति के जीवन मे बहुत सी कठिनाइया आती है, जिसके कारण व्यक्ति बहुत ज्यादा परेशान रहता है। इन्ही सभी समस्याओ से मुक्ति पाने के काल सर्प दोष निवारण पूजा की जाती है। आज के समय मे भी बहुत से ऐसे व्यक्ति है, जिन्हे यह नहीं पता की आखिर कालसर्प दोष पूजा कहाँ होती है ? तो इस लेख के माध्यम से हम यह बताएँगे की कालसर्प दोष पूजा कहाँ होती है?
कालसर्प दोष की पूजा कहाँ कहाँ होती है?
भारत मे केवल कुछ प्रमुख स्थानो पर ही कालसर्प दोष निवारण की पूजा की जाती है।
कालसर्प दोष पूजा त्रियंबकेश्वर नाशिक (महाराष्ट्र), ब्रह्मकपाली (उत्तराखंड) मे, त्रिजुगी नारायण मंदिर (उत्तराखंड), उज्जैन (मध्यप्रदेश), प्रयाग (उत्तरप्रदेश), त्रीनागेश्वरम वासुकी नाग मंदिर (तमिलनाडु) आदि जगहों पर होती है।
परंतु मध्यप्रदेश मे स्थित उज्जैन को कालसर्प दोष निवारण पूजा के लिए खास जगह माना जाता है। क्योकि यहाँ पर भगवान शिव स्वयं महाकाल अर्थात कालो के भी काल के रूप मे विराजित है। इस कारण उज्जैन मे कालसर्प दोष की पूजा करने पर इस दोष से जल्द ही मुक्ति मिल जाती है।
कालसर्प दोष को यदि समय रहते दूर न किया जाये तो यह जातक के लिए हानिकारक हो सकता है, उसे कई प्रकार की समस्याओ जैसे आर्थिक, मानसिक या शारीरिक समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है।
उज्जैन मे कालसर्प दोष निवारण पूजा का महत्व
कालसर्प दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए कालसर्प दोष निवारण पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि यदि कालसर्प दोष को दूर नहीं किया जाता है, तो इस दोष के दुष्प्रभाव जीवन भर रहेंगे और कई तरह की समस्याएं पैदा होंगी। कालसर्प दोष निवारण पूजा के द्वारा ही आप सभी प्रकार की समस्याओं से बच सकते है ।
उज्जैन को सभी तीर्थों से तिल भर बड़ा होने का गौरव प्राप्त है, और साथ ही उज्जैन मे क्षिप्रा जी के तट पर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक से महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है, वैसे तो उज्जैन मे वर्षभर ही कालसर्प दोष पूजा के लिए लोग आते है, पर नागपंचमी और अन्य विशेष दिनों मे यह भीड़ बढ़ जाती है। यहाँ पर भगवान महाकाल के दर्शन मात्र से कई प्रकार की समस्याओ से छुटकारा मिल जाता है।
शिव पुराण के अनुसार द्वादश ज्योतिर्लिंगों में महाकाल प्रसिद्ध है, क्योंकि वे स्वयं कालों के काल हैं। अन्य स्थानों की अपेक्षा में उज्जैन काल सर्प दोष पूजा के लिए सबसे खास है, क्योंकि यहां पर भगवान शिव महाकाल रूप मे विद्यमान है।
यहाँ प्रतिवर्ष लाखों लोग कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए आते हैं, और कालसर्प दोष के कारण अपने जीवना मे आ रही परेशानियों से छुटकारा पाते है। उज्जैन मे कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए विधिवत रूप से संपूर्ण पूजा की जाती है, जिसमें कम से कम 3 घंटे लगते हैं।
उज्जैन मे कालसर्प दोष पूजा कैसे कराये?
अगर आप उज्जैन मे कालसर्प दोष निवारण पूजा करवाना चाहते है, तो कांता गुरु जी से संपर्क कर सकते है, और कालसर्प दोष और इसके निवारण के बारे मे काफी अच्छे तरीके से जान सकते है।
पंडित जी वैदिक अनुष्ठानों में आचार्य की उपाधि से विभूषित है, एवं सभी प्रकार के दोष एवं बाधाओ के निवारण के कार्यो को करते हुए १५ वर्षो से भी ज्यादा समय हो गया है।
पंडित जी के पास वर्षभर कालसर्प दोष निवारण पूजा के लिए लोग आते है, और कालसर्प दोष और इसके दुष्प्रभाव से छुटकारा पाते है।
अगर आप भी कालसर्प दोष निवारण पूजा करवाना चाहते है, तो नीचे दी गई बटन पर क्लिक करके पंडित जी से बात कर सकते है।
कालसर्प दोष की पूजा कहाँ होती है?
कालसर्प दोष की पूजा ब्रह्मकपाली (उत्तराखंड) मे, त्रिजुगी नारायण मंदिर (उत्तराखंड), उज्जैन (मध्यप्रदेश), नासिक (महाराष्ट्र), प्रयाग (उत्तरप्रदेश), त्रीनागेश्वरम वासुकी नाग मंदिर (तमिलनाडु) आदि जगहों पर होती है।
काल सर्प दोष पूजा कहां करें?
मध्यप्रदेश मे स्थित उज्जैन मे भगवान महाकाल की पूजा करके राहु, काल और सर्प के दोषों को दूर करने के लिए यह अनुष्ठान “काल सर्प योग पूजा” किया जाता है। भगवान महाकाल की पूजा और राहु और केतु जैसे ग्रहों की पूजा करने से ग्रहों का आशीर्वाद शीघ्र प्राप्त होता है।
कालसर्प दोष कितने वर्ष तक रहता है?
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यदि कुंडली मे कालसर्प दोष हो तो उसे शीघ्र ही दूर करने के उपाय करना चाहिए। क्योकि कालसर्प दोष के बारे मे मान्यता है की यह व्यक्ति को 42 वर्षो तक परेशान करता है।
कालसर्प दोष को हमेशा के लिए दूर कैसे करें?
मध्यप्रदेश ने स्थित उज्जैन मे कालसर्प दोष निवारण पूजा के द्वारा ही कालसर्प दोष को हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है।
कालसर्प दोष की पूजा में कितना समय लगता है?
उज्जैन मे कालसर्प दोष की पूजा करने मे 3 से 4 घंटे का समय लगाता है