मंगल ग्रह भी बाकी ग्रहो की तरह कुंडली के 12 भावो मे से किसी एक मे स्थित होता है। इन 12 भावो मे कुछ भाव ऐसे होते है जहां मंगल की स्थिति को मंगल दोष के रूप मे लिया जाता है। जन्मकुंडली मे जब लग्न भाव, चतुर्थ भाव, सप्तम भाव, अष्टम और द्वादश भाव मे स्थित हो तो मंगल दोष माना जाता है। यदि किसी लड़के या लड़की की जन्मकुंडली मे मंगल दोष हो तो उसके वैवाहिक जीवन मे बहुत समस्याए आती है।
ज्योतिषाचार्यो के अनुसार ऐसा बहुत कम ही होता है, की कुंडली मे मंगल दोष हो और उसके प्रभाव को कम न किया जा सकता हो। आप नीचे दिये गए उपायो को अपनाकर मंगल दोष के दुष्प्रभाव को कम कर सकते है। किन्तु यदि आप पूर्ण रूप से मंगल दोष से छुटकारा पाना चाहते है, तो मंगल दोष निवारण पूजा ही एकमात्र उपाय है।
पंडित जी के पास वर्षभर मंगल दोष निवारण पूजा के लिए लोग आते है, और अपनी समस्याओ और बाधाओ से छुटकारा पाते है। अगर आप भी अपनी किसी समस्या के समाधान के लिए पूजा करवाना चाहते है, तो नीचे दी गई बटन पर क्लिक करके पंडित जी से बात कर सकते है।
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