घातक कालसर्प दोष: जाने कारण, उपाय और पूजा बुकिंग

घातक कालसर्प दोष: जाने कारण, उपाय और पूजा बुकिंग की जानकारी

कभी-कभी जीवन में सब कुछ सही होते हुए भी अचानक समस्याएँ आने लगती हैं। मेहनत का फल नहीं मिलता, मानसिक अशांति बढ़ जाती है, और हर काम अधूरा रह जाता है। ज्योतिष के अनुसार, ऐसे समय में व्यक्ति पर किसी ग्रह दोष का प्रभाव होता है। इन दोषों में सबसे गंभीर माना गया है घातक कालसर्प दोष, जो व्यक्ति के जीवन में संघर्ष, भय, अस्थिरता और मानसिक पीड़ा का कारण बनता है।

घातक कालसर्प दोष जीवन में अचानक आने वाले संकटों, असफलताओं और मानसिक अशांति का मुख्य कारण हो सकता है। इसलिए यदि आपकी कुंडली में यह दोष पाया गया है, तो देर न करें। उज्जैन में घातक कालसर्प दोष पूजा करवाकर अपने जीवन में फिर से शांति, सुख और स्थिरता लाएं।

घातक कालसर्प दोष क्या है? ज्योतिषीय रहस्य की मूल अवधारणा

कालसर्प दोष तब बनता है जब कुंडली के सभी ग्रह राहु (सर्प का मुख) और केतु (सर्प की पूंछ) के बीच फंस जाते हैं, जिससे जीवन में सर्पिल बाधाएं आती हैं। घातक कालसर्प दोष इन 12 प्रकारों में से 10वां है, जो तब बनता है जब राहु दशम भाव (कर्म, पद, प्रतिष्ठा) में और केतु चतुर्थ भाव (माता, सुख, भूमि, वाहन) में स्थित होता है। शेष ग्रह (सूर्य से शनि तक) इनके बीच (पंचम से नवम भाव) कैद हो जाते हैं।

‘घातक’ नाम घातक नाग से लिया गया है, जो विषैला और विनाशकारी होता है। यह दोष पिछले जन्म के गंभीर कर्मों – जैसे माता का अपमान, संपत्ति हड़पना या सर्प से दुश्मनी – का फल माना जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार, यह दोष विशेष रूप से 32-52 वर्ष की आयु में सक्रिय होता है, जब करियर और पारिवारिक सुख चरम पर होने चाहिए। यदि आपकी कुंडली में राहु-केतु की यह स्थिति है, तो तुरंत जांच करवाएं।

घातक कालसर्प दोष बनने के कारण कौन-कौन से है?

घातक कालसर्प दोष का निर्माण जन्म कुंडली की ग्रह स्थिति और पूर्वजन्म के कर्मों से होता है। प्रमुख कारण निम्न हैं:

  • राहु-केतु की विषम स्थिति: राहु का दशम भाव में होना (करियर का शत्रु) और केतु का चतुर्थ भाव में होना (घरेलू सुख का नाशक)।
  • ग्रहों का घेराव: सभी ग्रह राहु-केतु के बीच फंसकर जीवन को ‘घातक जाल’ में बांध देते हैं।
  • पूर्वजन्म के पाप: मां को कष्ट देना, भूमि विवाद या सर्प हत्या जैसे कर्म इस योग को जन्म देते हैं।
  • राशि प्रभाव: सिंह, वृश्चिक या कुंभ राशि वाले अधिक प्रभावित होते हैं, खासकर यदि मंगल या शनि कमजोर हों।
  • दशा का प्रभाव: राहु या केतु की महादशा में यह दोष चरम पर पहुंच जाता है।

घातक कालसर्प दोष के लक्षण क्या है?

घातक कालसर्प दोष के लक्षण जीवन में स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं। यदि निम्नलिखित संकेत बार-बार महसूस हों, तो कुंडली जांचें:

  • करियर में अचानक हानि: नौकरी छूटना, प्रमोशन रुकना या बॉस से विवाद।
  • माता के स्वास्थ्य पर संकट: मां को बीमारी, दुर्घटना या मानसिक तनाव।
  • घरेलू कलह: परिवार में झगड़े, संपत्ति विवाद या वाहन हादसे।
  • मानसिक अशांति: अनिद्रा, चिंता या अवसाद जैसी समस्याएं।
  • सपनों में घातक संकेत: सर्प, आग या गिरते हुए पुल के सपने।
  • आर्थिक हानि: निवेश में असफलता या कर्ज का बढ़ना।
  • संतान प्राप्ति में बाधा: बच्चों की शिक्षा या स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं।

घातक कालसर्प दोष के नाकारात्मक प्रभाव कौन-कौन से है?

यह दोष व्यक्ति के जीवन में घातक यानी नुकसानदायक स्थितियाँ उत्पन्न करता है। यह दोष जीवन को घातक सर्प के काटने जैसा बना देता है। प्रमुख प्रभाव:

  • जीवन में स्थिरता की कमी और संतान से जुड़ी समस्याएँ बढ़ती हैं।
  • यह मानसिक तनाव और आत्मिक कमजोरी बढ़ाता है।
  • व्यक्ति की कर्मशक्ति को कम करता है।
  • धन हानि और परिवार में मतभेद की संभावना बढ़ जाती है।
  • व्यक्ति को अपने शत्रुओं से बार-बार संघर्ष करना पड़ता है।

घातक कालसर्प दोष निवारण के सरल उपाय क्या है?

घातक कालसर्प दोष को शांत करने के लिए घरेलू और ज्योतिषीय उपाय कारगर हैं। प्रमुख उपाय:

मंत्र जाप और पूजा

  • महामृत्युंजय मंत्र: रोजाना 108 बार “ॐ त्र्यंबकं यजामहे…” का जाप। स्वास्थ्य और सुख के लिए।
  • हनुमान चालीसा: मंगलवार को पाठ – शत्रु भय और करियर बाधा दूर।
  • शिव पूजा: सोमवार को बेलपत्र चढ़ाएं।

दान और रत्न

  • शनिवार को काले तिल, सरसों तेल या चांदी का घोड़ा दान करें।
  • गोमेद रत्न (राहु) या मूंगा (मंगल) धारण – ज्योतिषी सलाह से।

अन्य उपाय

  • नाग पंचमी पर सर्प पूजा।
  • घर के द्वार पर हनुमान यंत्र लगाएं।

ये उपाय 40 दिनों में फल देते हैं।

उज्जैन में घातक कालसर्प दोष निवारण पूजा

उज्जैन में घातक कालसर्प पूजा के लिए सर्वोत्तम स्थान है। रामघाट पर क्षिप्रा तट की पूजा विष नष्ट करती है।

घातक कालसर्प दोष पूजा की विधि

पूजा की प्रक्रिया सामान्यतः इस प्रकार होती है:

  1. संकल्प: पंडित जी भक्त के नाम से पूजा का संकल्प लेते हैं।
  2. गणेश पूजन: सभी विघ्नों को दूर करने के लिए गणेश जी की आराधना की जाती है।
  3. राहु-केतु शांति पाठ: दोनों ग्रहों के बीज मंत्रों से जाप और हवन किया जाता है।
  4. कालसर्प यंत्र स्थापना: दोष शांति के लिए यंत्र स्थापित कर विधिवत पूजा की जाती है।
  5. महामृत्युंजय हवन: अंत में भगवान शिव से आशीर्वाद लेकर पूजा संपन्न होती है।

पूरी प्रक्रिया में लगभग 2 से 3 घंटे का समय लगता है।

उज्जैन में घातक कालसर्प दोष पूजा में कितना खर्च आता है?

उज्जैन में यह पूजा आमतौर पर ₹2,100 से ₹5,000 तक की जाती है। कुल खर्च पंडित जी की टीम, पूजा सामग्री और हवन विधि पर निर्भर करता है। खर्च पूजा पंडित पर निर्भर करता है ये एक अनुमानित खर्च है पूजा की सटीक जानकारी के लिए अभी पंडित जी से संपर्क करें।

घातक कालसर्प दोष पूजा के लाभ कौन-कौन से है?

जब यह पूजा पूरी विधि से की जाती है, तो इसके चमत्कारी परिणाम दिखाई देते हैं:

  • शिक्षा और करियर में सफलता मिलने लगती है।
  • संतान और परिवार के बीच प्रेम बढ़ता है।
  • मानसिक शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  • ग्रहों की स्थिति संतुलित होकर शुभ फल देने लगती है।
  • विवाह, प्रेम संबंध और सामाजिक प्रतिष्ठा में सुधार आता है।
  • धन लाभ और कार्य में स्थिरता मिलती है।

उज्जैन में घातक कालसर्प दोष पूजा क्यों करें?

उज्जैन को ज्योतिष और धर्म का सबसे पवित्र स्थान माना गया है। यहाँ स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की ऊर्जा से हर पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है।

  • यहां के पंडित वैदिक विधि से पूजा कराते हैं।
  • क्षिप्रा नदी के तट पर पूजा करने से ग्रह दोष जल्दी शांत होते हैं।
  • उज्जैन की भूमि को “काल तंत्र भूमि” कहा गया है, जहां काल और ग्रहों पर नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है।

उज्जैन में घातक कालसर्प दोष पूजा की बुकिंग कैसे करें?

घातक कालसर्प दोष जीवन का विनाशक है, लेकिन उज्जैन में कालसर्प दोष निवारण पूजा और उचित उपायों से इस दोष के नाकारात्मक प्रभाव को शांत किया जा सकता है तो आज ही अपने जीवन को नया अवसर दे, उज्जैन में पूजा की बुकिंग आज ही करें और दोष से छुटकारा पाएँ।

उज्जैन के अनुभवी पंडित कांता शर्मा जी कुंडली की जाँच करके उचित उपाय बताएँगे। तो देर न करें आज ही पंडित से कुंडली की जाँच बिल्कुल मुफ्त में कराएं और समस्याओं का समाधान पाएँ, अभी कॉल करें।

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