कालसर्प दोष पूजा के बाद प्रतिबंध

कालसर्प पूजा के बाद प्रतिबंध,पूजा के बाद ध्यान रखने वाली बातें

यदि आपने भी कुछ समय पहले ही कालसर्प दोष पूजा कराई है तो आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना रखना है, और कुछ चीजों से बिलकुल पूर्णरूप से दूरी बनाना बहुत जरूरी है। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएँगे की कालसर्प दोष पूजा के बाद आपको क्या करना चाहिए और नहीं करना चाहिए।

कालसर्प पूजा के बाद प्रतिबंध

कालसर्प दोष पूजा के बाद प्रतिबंध

जैसा की हम सभी जानते है की कालसर्प दोष एक बहुत ही घातक योग है इस दोष मे जातक अपने जीवन मे पूरी तरह से परेशान हो जाता है, और इस दोष के निवारण के लिए कालसर्प दोष निवारण पूजा ही सर्वश्रेष्ठ उपाय है, लेकिन कालसर्प दोष की पूजा कराने के बाद भी आपको कोई फर्क नजर नहीं आ रहा है, तो इसका मतलब है की आपकी कुंडली मे काफी समय से कालसर्प दोष होने के वजह से आपकी कुंडली मे वास्तु दोष भी बन गया है।

इसलिए हम आपको सलाह देंगे की आप किसी अच्छे ज्योतिष को अपनी कुंडली दिखाएँ और उनसे दोनों दोष के बारे मे सम्पूर्ण जानकरी ले, और हो सके तो कालसर्प दोष पूजा के साथ ही वास्तु दोष शांति पूजा भी कराये और इन दोनों दोष से छुटकारा पाये।

कालसर्प दोष पूजा के बाद क्या नहीं करना चाहिये?

कालसर्प दोष पूजा के बाद क्या नहीं करना चाइए

कालसर्प दोष पूजा के बाद प्रतिबंध मे जातक को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिये और इन चीजों से उचित दूरी बनाई रखनी चाहिये-

  • जातक को किसी भी प्रकार के नशे वाली वस्तु का सेवन नहीं करना चाहिये।
  • जातक को बीड़ी व सिगरेट को नही पीना चाहिये।
  • मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • घर मे सभी से अच्छा व्यवहार रखना चाहिये।
  • नाग मंदिर मे साष्टांग प्रणाम नहीं करना चाहिए।
  • किसी भी नाग देवता के मंदिर में नमस्कार न करें।
  • व्रत के दिनों में किसी भी पूजा का आयोजन न करें। जैसे एकादशी, शिवरात्रि, अष्टमी, गोकुलाष्टमी।

जातक को कालसर्प दोष निवारण पूजा करवाने के बाद इन बातों का मुख्य रूप से ध्यान रखना चाहिये और बताये गए नियमो का पालन भी करना अतिअवशयक है। अगर किसी मनुष्य की कुंडली मे कालसर्प दोष योग परिलक्षित है तो इस दोष का एकमात्र उपारण उन्हे कालसर्प दोष पूजा करवानी चाहिये, कालसर्प दोष पूजा के लिए उज्जैन सबसे सर्वश्रेष्ठ स्थान है

कालसर्प दोष निवारण कैसे कराये?

अगर आप भी कालसर्प दोष के चलते हुए परेशान है और या कालसर्प पूजा कराने के बाद चिंतित है तो आप कांता गुरु जी से संपर्क कर सकते है, और कालसर्प दोष के बारे मे काफी अच्छे तरीके से जान सकते है।

पंडित जी वैदिक अनुष्ठानों में आचार्य की उपाधि से विभूषित है, एवं सभी प्रकार के दोष एवं बाधाओ के निवारण के कार्यो को करते हुए १५ वर्षो से भी ज्यादा समय हो गया है।

अगर आप भी कालसर्प दोष के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी और मुफ्त परामर्श चाहते है, तो नीचे दी गई बटन पर क्लिक करके पंडित जी से बात कर सकते है। 

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *