निम्न मंगल दोष क्या है? जाने लक्षण, प्रभाव और उपाय की जानकारी
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को शक्ति, आत्मविश्वास, ऊर्जा और साहस का कारक माना गया है। यह व्यक्ति को निर्णय लेने की क्षमता और सफलता की दिशा देता है। लेकिन जब यही मंगल अपनी कमजोर स्थिति में आ जाता है, तो वह “निम्न मंगल दोष” का निर्माण करता है।
निम्न मंगल दोष व्यक्ति के आत्मविश्वास, निर्णय क्षमता और वैवाहिक जीवन को कमजोर कर सकता है। लेकिन सही पूजा, व्रत, दान और मंत्र जाप के माध्यम से इसे पूरी तरह संतुलित किया जा सकता है। इस दोष के निवारण का सबसे प्रभावी उपाय है मंगल दोष निवारण पूजा उज्जैन मे योग्य पंडित की देख-रेख में सम्पन्न कराना।
निम्न मंगल दोष क्या होता है?
जब मंगल ग्रह अपनी नीच राशि कर्क (Cancer) में स्थित होता है, तब इसे निम्न मंगल (Neech Mangal) कहा जाता है। यदि इस स्थिति में मंगल किसी अशुभ ग्रह जैसे राहु, केतु या शनि के प्रभाव में आ जाए, तो यह दोष और अधिक गंभीर हो जाता है।
ऐसी कुंडली वाले व्यक्ति का आत्मविश्वास कमजोर हो जाता है, क्रोध असंतुलित रहता है और जीवन में निर्णय लेने में कठिनाई होती है। यह दोष वैवाहिक जीवन, करियर और स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है।
निम्न मंगल दोष बनने के प्रमुख कारण कौन से है?
निम्न मंगल दोष के निर्माण के कई ज्योतिषीय कारण होते हैं। जो की निम्नलिखित है:
- जब मंगल कर्क राशि में स्थित होता है — यह मंगल की नीच राशि है।
- मंगल का पाप ग्रहों (राहु, केतु, शनि) से संबंध या दृष्टि होना।
- मंगल का सप्तम (7वां), अष्टम (8वां) या द्वादश (12वां) भाव में होना।
- मंगल का शुभ ग्रहों जैसे गुरु या शुक्र से विरोध होना।
- कुंडली में चंद्रमा और मंगल का विरोधी प्रभाव होना।
निम्न मंगल दोष के प्रमुख लक्षण क्या है?
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में निम्न मंगल दोष हो, तो निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं:
- आत्मविश्वास की कमी और डर का भाव।
- बार-बार निर्णय बदलना या असफल होना।
- विवाह में देरी या रिश्तों में टूटन।
- करियर में अस्थिरता और आर्थिक नुकसान।
- मानसिक तनाव, चिंता और बेचैनी।
- गुस्सा या आक्रोश सही दिशा में उपयोग न कर पाना।
- परिवार में कलह या गलतफहमियाँ बढ़ना।
निम्न मंगल दोष के नकारात्मक प्रभाव कौन-कौन से है?
निम्न मंगल दोष जीवन के कई क्षेत्रों में नकारात्मक असर डालता है। यहाँ इसके कुछ प्रमुख प्रभाव बताए गए हैं:
1. वैवाहिक जीवन में परेशानी
मंगल विवाह के ग्रहों में से एक है। जब यह नीच अवस्था में होता है, तो पति-पत्नी के बीच लड़ाई-झगड़े होते है।
कई बार वैवाहिक जीवन में झगड़े, अलगाव या तनाव देखने को मिलता है।
2. करियर में रुकावटें
निम्न मंगल व्यक्ति की ऊर्जा को कमजोर करता है। इससे कार्यक्षमता घटती है और बार-बार बाधाएं आती हैं।
3. मानसिक अस्थिरता
मंगल की नीच स्थिति व्यक्ति को भावनात्मक रूप से अस्थिर बना देती है। ऐसे लोग जल्दी गुस्सा करते हैं या छोटी बातों से दुखी हो जाते हैं।
4. आर्थिक हानि
मंगल भूमि और संपत्ति का कारक ग्रह है। इस दोष के कारण संपत्ति विवाद या आर्थिक नुकसान हो सकता है।
5. दुर्घटना या स्वास्थ्य समस्याएँ
मंगल का सीधा संबंध रक्त, हड्डियों और मांसपेशियों से है। इसलिए यह दोष बार-बार चोट, दुर्घटना या शारीरिक कमजोरी
निम्न मंगल दोष से छुटकारा पाने के उपाय कौन-कौन से है?
उपायों की जो इस दोष के प्रभाव को कम करते हैं और मंगल ग्रह को मजबूत बनाते हैं। ये उपाय ज्योतिषीय और धार्मिक दोनों दृष्टि से प्रमाणित हैं।
मंगलवार का व्रत और हनुमान पूजा
मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से मंगल का दोष कम होता है। हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और सुंदरकांड का पाठ शुभ माना जाता है।
लाल मूंगा रत्न धारण करें
- मंगल ग्रह का रत्न “लाल मूंगा (Red Coral)” है।
- इसे मंगलवार को तांबे की अंगूठी में बनवाकर दाहिने हाथ की अनामिका में पहनना शुभ होता है।
- लेकिन पहनने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श ज़रूर लें।
दान और सेवा
मंगलवार के दिन मसूर दाल, लाल कपड़ा, तांबा, गुड़ या मूंगा जैसी चीजें दान करें। दान करने से मंगल का दोष शांत होता है और जीवन में स्थिरता आती है।
उज्जैन मे मंगल दोष निवारण पूजा क्या है यह पूजा कैसे होती है?
निम्न मंगल दोष का सबसे असरदार उपाय है– मंगल दोष निवारण पूजा
यह पूजा विशेष रूप से उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में की जाती है, जो भगवान मंगल का जन्मस्थान माना जाता है। मंगल दोष के दुष्प्रभावो को हटाने और जीवन में आ रही सभी समस्याओं के समाधान के लिए मंगल दोष पूजा सम्पन्न करायी जाती है। इस पूजा में पंडित जी द्वारा 51,000 या 1,25,000 मंगल मंत्रों का जाप किया जाता है।
“ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः”
यह मंत्र मंगल ग्रह के दोषों को शांत करता है और शुभ फल प्रदान करता है।
मंगल शांति हवन
मंगल ग्रह अग्नि का प्रतीक है, इसलिए अग्निहोत्र या हवन से इसका प्रभाव जल्दी शांत होता है। इस हवन में लाल चंदन, गुड़, मसूर दाल और तांबे के बर्तन का उपयोग किया जाता है।
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा का महत्व क्या है?
उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर को भारत में मंगल ग्रह की सबसे प्रमुख शक्ति-स्थली माना जाता है।
यहाँ की गई पूजा और हवन से मंगल के नीच प्रभाव को पूर्णतः शांत किया जा सकता है।
पंडित जी विधि-विधान से पूजा कराते हैं जिससे जीवन में सफलता, विवाह में स्थिरता और आत्मबल प्राप्त होता है।
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा में कितना खर्च आता है?
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा का खर्च सामान्यतः ₹2,100 से ₹5,100 के बीच होता है। यदि आप विशेष जाप या हवन कराना चाहते हैं, तो खर्च अधिक भी हो सकता है।
इस पूजा का खर्च पंडित जी, पूजा सामग्री और अनुष्ठान की विधि पर निर्भर करता है। इसलिए पूजा की सटीक जानकारी के लिए आज ही नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें।
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा की बुकिंग कैसे करें?
यदि आपकी कुंडली में निम्न मंगल दोष है, तो इसे अनदेखा न करें। आज ही उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में पूजा कराएँ यहाँ की गई पूजा सबसे प्रभावी मानी जाती है। यह पूजा जीवन में सकारात्मकता, स्थिरता और शांति लाती है। तो आप भी अपनी पूजा बुकिंग उज्जैन के अनुभवी पंडित कांता शर्मा जी के पास कराएं और इस दोष से छुटकारा पाएँ।