महापद्म कालसर्प दोष के लक्षण और उपाय क्या है? जाने पूजा खर्च
महापद्म कालसर्प दोष, जो न केवल आर्थिक समस्या लाता है बल्कि स्वास्थ्य, वैवाहिक जीवन और करियर में भी गंभीर बाधाएं पैदा करता है। महापद्म कालसर्प दोष को सबसे गंभीर और प्रभावशाली माना जाता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन के सुख, समृद्धि और सफलता को गहराई से प्रभावित करता है। महापद्म कालसर्प दोष के प्रभावों को शांत करने के लिए दोष निवारण उपाय करना आवश्यक है।
उज्जैन में की गई वैदिक विधि से महापद्म कालसर्प दोष पूजा व्यक्ति को इन सभी परेशानियों से मुक्त करती है। यदि आप भी इस दोष से पीड़ित हैं या जीवन में स्थिरता चाहते हैं, तो कालसर्प दोष पूजा उज्जैन में कराना आपके लिए सबसे उचित उपाय है।
महापद्म कालसर्प दोष क्या है और कैसे बनता है? निर्माण के प्रमुख कारण
महापद्म कालसर्प दोष कालसर्प दोष के 12 प्रकारों में से एक है, जो विशेष रूप से स्वास्थ्य और वित्तीय क्षेत्रों को प्रभावित करता है। यह दोष तब बनता है जब राहु छठे भाव (शत्रु, रोग, ऋण) में और केतु बारहवें भाव (व्यय, हानि) में स्थित होता है, तथा शेष सात ग्रह इन दोनों के बीच ही कैद हो जाते हैं। यह योग दुर्लभ है, लेकिन इसके प्रभाव गंभीर और लंबे समय तक रहने वाले होते हैं।
महापद्म कालसर्प दोष का निर्माण जन्म के समय ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है। मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
- राहु-केतु की स्थिति: राहु छठे घर में (जो रोग, शत्रु और ऋण का कारक है) और केतु बारहवें घर में (व्यय और हानि का प्रतीक) होना। इससे ग्रहों का संतुलन बिगड़ जाता है।
- अन्य ग्रहों का घेराव: सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि सभी राहु-केतु के बीच फंस जाते हैं, जिससे जीवन में ‘सर्प की तरह लिपटना’ जैसी बाधाएं आती हैं।
- पिछले जन्म के कर्म: ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह दोष पूर्वजन्म में किए गए पापों या सर्प से संबंधित कर्मों का परिणाम होता है। उदाहरणस्वरूप, सर्प को नुकसान पहुंचाने या नाग पूजा की उपेक्षा करने से यह योग उत्पन्न हो सकता है।
- जन्म तिथि का प्रभाव: कुछ राशियों (जैसे कर्क, तुला या मीन) में जन्म लेने वाले व्यक्ति अधिक प्रभावित होते हैं, खासकर यदि चंद्रमा कमजोर हो।
महापद्म कालसर्प दोष का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
महापद्म कालसर्प दोष के प्रभाव क्रमिक रूप से बढ़ते हैं, जैसे पद्म कालसर्प से विकसित होकर यह रूप धारण कर लेता है। इसके प्रमुख प्रभाव इस प्रकार हैं:
1. स्वास्थ्य पर प्रभाव
- आनुवांशिक बीमारियां जैसे डायबिटीज, हृदय रोग या कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- बार-बार सर्जरी या लंबे इलाज की आवश्यकता पड़ती है, जिससे चिकित्सा व्यय अधिक होता है।
- मानसिक तनाव, अनिद्रा और चिंता जैसी समस्याएं आम हैं।
2. आर्थिक स्थिति पर प्रभाव
- लगातार आर्थिक हानि, कर्ज का बोझ और निवेश में असफलता।
- व्यापार या नौकरी में शत्रुओं से हानि, जैसे प्रतिस्पर्धा में हार या धोखा।
- धन संचय असंभव हो जाता है; व्यय हमेशा आय से अधिक रहता है।
3. वैवाहिक और पारिवारिक जीवन पर प्रभाव
- विवाह में विलंब या असफलता; दांपत्य जीवन में कलह और अलगाव की संभावना।
- संतान प्राप्ति में बाधा या बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं।
- परिवार में अलगाव या पितृ-दोष जैसी अतिरिक्त समस्याएं जुड़ जाती हैं।
4. करियर और सामाजिक जीवन पर प्रभाव
- प्रमोशन में रुकावट, नौकरी में अस्थिरता या बेरोजगारी।
- समाज में अपमान या कानूनी विवादों का सामना।
- यात्राओं में दुर्घटना का जोखिम बढ़ जाता है।
महापद्म कालसर्प दोष निवारण: सरल और प्रभावी उपाय
महापद्म कालसर्प दोष निवारण संभव है। ज्योतिष शास्त्र में कई सरल उपाय बताए गए हैं, जो नियमित करने से दोष का प्रभाव कम हो जाता है। यहां कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:
1. महामृत्युंजय मंत्र जाप
- रोजाना 108 बार या कुल 1,25,000 बार “ॐ त्र्यंबकं यजामहे…” का जाप करें।
- श्रावण मास में 30 दिनों तक विशेष रूप से करें। यह स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए लाभदायक है।
2. भगवान शिव और हनुमान की पूजा
- सोमवार को गंगाजल से स्नान कर शिवलिंग पर दूध-बेलपत्र चढ़ाएं।
- मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें। यह शत्रु भय और ऋण से मुक्ति दिलाता है।
- नटराज (शिव का नृत्य रूप) की पूजा षष्ठी तिथि पर करें।
3. दान और रत्न धारण
- पितरों के नाम से काले तिल, सरसों का तेल या चांदी का सर्प दान करें।
- गोमेद रत्न (राहु के लिए) या चांदी की सर्पाकार अंगूठी धारण करें। (ज्योतिषी से परामर्श के बाद।)
- गायत्री मंत्र का 21 बार दैनिक जाप भी लाभकारी है।
कालसर्प शांति पूजा उज्जैन : दोष निवारण का सबसे प्रभावी उपाय
उज्जैन में पवित्र शिप्रा नदी के तट पर की गई पूजा सबसे प्रभावशाली मानी जाती है। यहाँ के अनुभवी पंडित वैदिक मंत्रों के साथ राहु-केतु दोष शांति अनुष्ठान कराते हैं। उज्जैन में की गई विशेष पूजा दोष निवारण का सबसे शक्तिशाली उपाय है। नाग पंचमी या श्राद्ध पक्ष में पूजा का शुभ मुहूर्त चुनें।
उज्जैन में महापद्म कालसर्प दोष पूजा की विधि
उज्जैन में महापद्म कालसर्प दोष पूजा अनुभवी और विद्वान पंडितों द्वारा वैदिक परंपरा के अनुसार की जाती है। इसके चरण निम्नानुसार है:
विधि के चरण:
- संकल्प और पूजन आरंभ – व्यक्ति का नाम, गोत्र और उद्देश्य के साथ संकल्प लिया जाता है।
- भगवान शिव और नाग देवता की आराधना – राहु और केतु को शांत करने हेतु विशेष मंत्रोच्चारण किए जाते है।
- महामृत्युंजय जाप और अभिषेक – जल, दूध, शहद और पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है।
- दोष निवारण हवन – हवन कुंड में विशेष आहुतियाँ दी जाती हैं।
- पूजन समाप्ति और प्रसाद वितरण – पूजा के अंत में व्यक्ति को आशीर्वाद दिया जाता है।
महापद्म कालसर्प दोष पूजा के लाभ
- राहु-केतु के प्रभाव से मुक्ति मिलती है।
- आर्थिक स्थिति में सुधार और धन लाभ होता है।
- मन में शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- स्वास्थ्य में सुधार और मानसिक स्थिरता बनी रहती है।
- शत्रु और विरोधी शक्तियों से रक्षा।
- जीवन में सुख, स्थिरता और सफलता का आगमन होता है।
महापद्म कालसर्प दोष पूजा कब करनी चाहिए?
यह पूजा विशेष रूप से इन दिनों में शुभ मानी जाती है, इन तिथियों पर की गई पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है।
- नाग पंचमी
- महाशिवरात्रि
- श्रावण मास के सोमवार
- अमावस्या या ग्रहण के दिन
महापद्म कालसर्प दोष पूजा का खर्च
पूजा का खर्च पंडित जी, विधि-विधान और पूजन सामग्री के आधार पर बदल सकता है। सामान्यतः उज्जैन में यह पूजा ₹2,100 से ₹5000 के बीच में कराई जाती है। यदि पूजा में रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप और हवन शामिल किया जाए तो खर्च ₹5000 से अधिक हो सकता है। यह पूजा खर्च अनुमानित है पूजा खर्च की सटीक जानकारी के लिए आज ही उज्जैन के श्रेष्ठ पंडित कांता शर्मा जी से संपर्क करें।
उज्जैन में पूजा कराने का महत्व
- उज्जैन में पूजा कराने से भगवान महाकालेश्वर की कृपा से राहु-केतु का दोष तुरंत शांत होता है।
- यहाँ का वातावरण, शिप्रा नदी और महाकाल मंदिर की ऊर्जा पूजा के प्रभाव को कई गुना बढ़ा देती है।
- अनुभवी पंडितों के मार्गदर्शन में की गई पूजा से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।
उज्जैन में महापद्म कालसर्प दोष पूजा की बुकिंग कैसे करें?
यदि आपकी कुंडली में महापद्म कालसर्प योग है, तो उज्जैन में महापद्म कालसर्प दोष पूजा कराएं और जीवन में शांति और समृद्धि की कामना के साथ, इस दोष का निवारण करें। उज्जैन में पंडित कांता शर्मा जी कई वर्षो से कालसर्प दोष पूजा सम्पन्न कराते आ रहे है, आप भी अपनी पूजा की बुकिंग करें और दोष से छुटकारा पाएँ।