महामृत्युंजय मंत्र जाप उज्जैन

काल भले ही कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, महाकाल की नगरी उज्जैन में महामृत्युंजय जाप से हर संकट का समाधान संभव है। उज्जैन की पवित्र भूमि पर किया गया महामृत्युंजय जाप आपके जीवन के तमाम भय, रोग और कष्टों का नाश करता है। अनुभवी पंडितों द्वारा सटीक विधि से करवाएं जाप और पाएं मानसिक शांति, स्वास्थ्य और आयु में वृद्धि का आशीर्वाद।

महामृत्युंजय मंत्र क्या है?

हामृत्युंजय मंत्र का जाप भगवान शिव कि स्तुति के लिए किया जाता है। यह मंत्र बहुत पुराना माना जाता है, क्यूकि इस मंत्र का उल्लेख ऋग्वेद से लेकर यजुर्वेद तक मिलता है। शिवपुराण तथा अन्य ग्रंथो मे भी इस मंत्र की महिमा का वर्णन मिलता है। किसी भी प्रकार की परेशानी एवं रोग को दूर करने के लिए रुद्राक्ष की माला के के साथ इस मंत्र का जाप करना चाहिए। यह अकाल मृत्यु के भय को दूर करने के साथ जीवन मे सकारात्मकता को भी बढाता है।  प्राचीन ग्रंथो मे उल्लेखित इस मंत्र से ही श्री आदिशंकराचार्य जी को भी जीवन की प्राप्ति हुई थी। 

Mahamrityunjay Jaap in Ujjain

महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ क्या होता है?

महामृत्युंजय मंत्र को मृत संजीवनी मंत्र के रूप मे भी जाना जाता है, इस मंत्र के जाप से मरते हुए व्यक्ति को भी बचाया जा सकता है। क्यूकि इस मंत्र के जाप से व्यक्ति कि आयु मे वृद्धि होती है।  

ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।

 उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ ॥ 

इसका अर्थ है कि हम भगवान शिव कि पुजा करते है, जो सम्पूर्ण विश्व का पालन करने वाले है, जो हर साँस मे जीवन का संचार करते है, जिनके तीन नेत्र है। 

महामृत्युंजय मंत्र के जाप से होते है कई फायदे?

महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव को प्रसन्न करने का एक उपाय है, जिसके नियमित जाप से सभी प्रकार के कष्टो एवं परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है। महामृत्युंजय मंत्र के जाप से होने वाले फायदे निम्नलिखित है-

  1. चिरायु (दीर्घायु)- यह मंत्र भगवान शिव को अति प्रिय है, इस मंत्र का जाप जो भी व्यक्ति करता है, उसकी आयु बढ़ जाती है। मंत्र का नियमित जाप करने वाले व्यक्ति के मन से अकाल मृत्यु का भय भी सदैव के लिए समाप्त हो जाता है। 
  2. संतान प्राप्ति के लिए- महामृत्युंजय मंत्र के जाप से भगवान शिव का शुभाशीर्वाद सदैव बना रहता है। मंत्र के नियमित जाप से संतान सुख की प्राप्ति होती है। 
  3.  यश/सम्मान की प्राप्ति-  सम्मान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले व्यक्तियों को महामृत्युंजय मंत्र का जाप नियमित रूप से करना चाहिए, जो भी इस मंत्र का जाप करता है उसे समाज मे उच्च स्थान तथा सम्मान प्राप्त होता है। 
  4. आरोग्यता- भगवान शिव को मृत्यु का देवता भी कहा जाता है, जो भी व्यक्ति इस मंत्र का जाप करते है भगवान शिव स्वयं उसकी रक्षा करते है। इस मंत्र के जाप से सभी प्रकार के रोग समाप्त हो जाते है, और मनुष्य निरोगी बनता है। 
  5. धन-संपत्ति मे वृद्धि- जो भी व्यक्ति धन-संपत्ति पाने की इच्छा रखते हो, उन्हे महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है जिससे धन संपत्ति मे वृद्धि होती है। 

उज्जैन में महामृत्युंजय जाप पूजा का महत्व क्या है?

उज्जैन में महामृत्युंजय जाप पूजा का महत्व बहुत अधिक है, क्योंकि यह भगवान शिव की कृपा से व्यक्ति को मृत्यु भय से मुक्त करती है और स्वास्थ्य, दीर्घायु, और आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, यह पूजा अकाल मृत्यु, रोग, और ग्रह दोषों (जैसे मारक दशा) को शांत करती है। पौराणिक रूप से, उज्जैन महाकाल का निवास है, जो काल को नियंत्रित करते हैं, और क्षिप्रा नदी पूजा की पवित्रता बढ़ाती है।

यह पूजा अन्य अनुष्ठानों से अलग है, क्योंकि इसमें सवा लाख महामृत्युंजय जाप (1,25,000) या अधिक जाप शामिल होते हैं, जो मंत्र की ऊर्जा को कई गुना बढ़ाते हैं। इस महामृत्युंजय अनुष्ठान के लाभ है: 

  • रोगों से मुक्ति
  • मानसिक शांति
  • आर्थिक स्थिरता
  • आध्यात्मिक जागृति

वैज्ञानिक रूप से, जाप से उत्पन्न कंपन मस्तिष्क को शांत करती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है। यदि आप जीवन की बाधाओं से जूझ रहे हैं, तो यह पूजा एक नई शुरुआत का प्रतीक बन सकती है। सिद्ध रुद्राक्ष की माला से जाप करने से कुंडली के बुरे दोषो को समाप्त किया जा सकता है। 

महामृत्युंजय मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?

महामृत्युंजय मंत्र का जाप जाप अलग अलग संख्या मे करने पर अलग फल की प्राप्ति होती है-

  1. 1100 महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से से भय दूर होता है। 
  2. 11000 महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से रोगो से मुक्ति मिलती है। 
  3. 125000 (सवा लाख) महामृत्युंजय मंत्र के जाप से संतान प्राप्ति तो होती ही है, साथ ही अकाल मृत्यु से भी बचा जा सकता है।

महामृत्युंजय जाप पूजा के लाभ कौन-कैन से है?

उज्जैन में महामृत्युंजय जाप कराने के कई लाभ होते है 

  • अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।

  • असाध्य रोगों से राहत मिलती है।

  • मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार।

  • ग्रहदोष और पितृदोष के प्रभाव कम होते हैं।

  • पारिवारिक कलह और जीवन की बाधाओं का समाधान।

  • आध्यात्मिक प्रगति और शिव कृपा प्राप्त होती है।

Book Mahamrityunjay Jaap in Ujjain

पंडित जी के पास वर्षभर महामृत्युंजय मंत्र जाप पूजा के लिए लोग आते है, और अपनी समस्याओ और बाधाओ से छुटकारा पाते है। अगर आप भी अपनी किसी समस्या के समाधान के लिए पूजा करवाना चाहते है, तो नीचे दी गई बटन पर क्लिक करके पंडित जी से बात कर सकते है। 

Mahamrityunjay Jaap in Ujjain - FAQs

उज्जैन महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की नगरी है। यहाँ भगवान शिव स्वयं काल के अधिपति के रूप में विराजमान हैं। महाकाल की उपस्थिति में महामृत्युंजय जाप करने से साधक को दोगुना फल मिलता है। पुराणों में उल्लेख है कि उज्जैन में किए गए मंत्रजाप का प्रभाव साधारण स्थानों की तुलना में कई गुना अधिक होता है।

जाप की पूजा विधि इस प्रकार  है:- गणेश पूजन और स्थल शुद्धिकरण, संकल्प लेकर जाप की शुरुआत, शिवलिंग का रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय मंत्र का निश्चित संख्या में जप, अंत में हवन और शिव आरती।

साधारण लाभ हेतु – 11,000 जाप, रोग निवारण हेतु – 51,000 जाप, पूर्ण अनुष्ठान हेतु – 1,25,000 जाप सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। और अपनी समस्या तथा कुंडली के आधार पर पंडित जी से पूजा संबन्धित जानकारी प्राप्त करे। 

महामृत्युंजय जाप पूजा का खर्च यह पूजा पंडित, मंत्रजाप की संख्या और हवन विधि पर निर्भर करता है। सामान्यतः ₹7,000 से ₹51,000 तक खर्च हो सकता है। ये एक अनुमानित पूजा खर्च है पूजा की सटीक जानकारी के लिए उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से संपर्क करें। 

हाँ, कई पंडित और सेवा प्रदाता ऑनलाइन बुकिंग और लाइव स्ट्रीमिंग की सुविधा देते हैं, जिससे विदेश में रहकर भी आप उज्जैन में अपने नाम से यह पूजा करवा सकते हैं। आप देश के किसी भी कोने से घर बैठे उज्जैन में अपने नाम से पूजा करा सकते है ऑनलाइन पूजा के माध्यम से।