महामृत्युंजय जाप पूजा के कौन-कौन से फायदे है?

महामृत्युंजय मंत्र जाप के चमत्कारी और असरदार फायदे क्या है?

हिंदू धर्म में महामृत्युंजय मंत्र को सबसे शक्तिशाली और दिव्य मंत्र माना गया है। यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और इसका जाप व्यक्ति को मृत्यु, रोग, भय और दुर्भाग्य से मुक्ति दिलाने वाला माना गया है। कहा जाता है कि इस मंत्र का उच्चारण पूरे श्रद्धा और नियम से किया जाए, तो यह असंभव को संभव बना देता है।

महामृत्युंजय मंत्र जाप एक आध्यात्मिक यात्रा है, जो स्वास्थ्य, मानसिक शांति, वैवाहिक सुख, और समृद्धि लाती है। उज्जैन में महामृत्युंजय जाप पूजा अनुभवी और विद्वान पंडितों द्वारा वैदिक विधि से कराया जाता है, जिससे व्यक्ति के जीवन में चमत्कारी परिवर्तन आते हैं। तो उज्जैन में वैदिक विधि से महामृत्युंजय जाप पूजा अवश्य सम्पन्न कराएँ।

जाने महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ और महत्व क्या होता है?

महामृत्युंजय मंत्र इस प्रकार है:
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्युर्मुक्षीय माऽमृतात्॥”

इस मंत्र में भगवान शिव से प्रार्थना की जाती है कि वे हमें जन्म-मृत्यु के बंधनों से मुक्त करें और दीर्घायु प्रदान करें। इसका अर्थ है :-
हम तीन नेत्रों वाले भगवान शिव की उपासना करते हैं, जो सभी प्राणियों का पालन करते हैं। कृपा करके हमें मृत्यु के बंधन से मुक्त करें, और अमरत्व का वरदान दें।

महामृत्युंजय जाप के चमत्कारी लाभ कौन-कौन से है?

महामृत्युंजय मंत्र जाप कराने से व्यक्ति के जीवन मे कई प्रकार के सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते है नीचे दिए गए सभी लाभ हजारों वर्षों से भक्त अनुभव करते आए हैं:

अकाल मृत्यु से रक्षा

महामृत्युंजय जाप को “मृत्यु पर विजय प्राप्त करने वाला मंत्र” कहा गया है। यह जाप जीवन में आने वाली आकस्मिक मृत्यु, दुर्घटनाओं और असामयिक संकटों से व्यक्ति की रक्षा करता है।

गंभीर बीमारियों से मुक्ति

यह जाप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की बीमारियों के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है। कैंसर, हृदय रोग, या अन्य असाध्य रोगों के रोगी के लिए यह मंत्र बहुत लाभदायक साबित होता है।

मन और आत्मा को शांति प्रदान करता है

महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण मन को गहराई से शांत करता है। इससे तनाव, भय, चिंता और अवसाद जैसे मानसिक विकारों में राहत मिलती है।

नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश

यह मंत्र घर और व्यक्ति के आसपास के नकारात्मक कंपन, बुरी आत्माओं और दोषों को समाप्त करता है। इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।

ग्रह दोषों से राहत

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष, पितृ दोष, या किसी ग्रह की अशुभ स्थिति है, तो महामृत्युंजय जाप उसे शांत करता है और शुभ फल देता है।

दीर्घायु और स्वस्थ जीवन

नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करने वाले व्यक्ति का शरीर मजबूत, मन संतुलित और जीवन शांतिपूर्ण रहता है।

परिवारिक कलह और आर्थिक बाधाओं से मुक्ति

यह जाप घर में शांति, सौहार्द और सुख लाता है। घर के सदस्यों में आपसी प्रेम बढ़ता है और आर्थिक प्रगति के मार्ग खुलते हैं।

आत्मबल और आत्मविश्वास बढ़ाता है

जब व्यक्ति प्रतिदिन इस मंत्र का जाप करता है, तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है। वह हर परिस्थिति में सकारात्मक रहता है।

जीवन में आने वाले संकटों को दूर करता है

यह जाप व्यक्ति के जीवन में चल रही बाधाओं, रुकावटों और अचानक आने वाले संकटों को दूर करने की शक्ति रखता है।

महामृत्युंजय जाप कब और कैसे करें?

शुभ समय

महामृत्युंजय जाप के लिए प्रातःकाल (ब्रह्म मुहूर्त) या रात्रि के समय सबसे शुभ माना जाता है।
सोमवार या महाशिवरात्रि के दिन इसका विशेष महत्व होता है।

जाप की संख्या

  • सामान्य रूप से 108 बार जाप करना उत्तम है।
  • विशेष उद्देश्यों के लिए 1.25 लाख जाप (125,000) कराए जाते हैं।
  • यह जाप व्यक्ति स्वयं कर सकता है या किसी योग्य पंडित से भी करवाया जा सकता है।

स्थान और सामग्री

  • जाप भगवान शिवलिंग के सामने करें।
  • धूप, दीप, बेलपत्र, चंदन, और गंगाजल का प्रयोग करें।
  • वातावरण शांत और पवित्र होना चाहिए।

महामृत्युंजय जाप-विधि

  1. स्नान कर शुद्ध वस्त्र पहनें।
  2. भगवान शिव का ध्यान करें।
  3. शिवलिंग पर जल और दूध चढ़ाएं।
  4. बेलपत्र और अक्षत अर्पित करें।
  5. रुद्राक्ष की माला से 108 बार जाप करें।

महामृत्युंजय जाप कितने प्रकार का होता है?

एकल महामृत्युंजय जाप: इस प्रकार का मंत्र जाप व्यक्ति स्वयं के लिए या परिवार के सदस्य की शांति के लिए कराता है।

संकल्पित महामृत्युंजय जाप: जब किसी विशेष उद्देश्य या समस्या के समाधान के लिए जाप कराया जाता है, जैसे – बीमारी, विवाह में विलंब, या ग्रह दोष निवारण।

अष्टोत्तर जाप: इसमें 108 पंडित मिलकर 1.25 लाख बार जाप करते हैं। यह सबसे प्रभावी रूप माना गया है।

महामृत्युंजय जाप का खर्च और समय-अवधि क्या है?

सामान्य तौर पर महामृत्युंजय जाप तीन प्रकार का होता है —

  1. 11,000 मंत्र जाप – 1 दिन में पूर्ण होता है।
  2. 51,000 मंत्र जाप – 3 दिनों में संपन्न किया जाता है।
  3. 1,25,000 मंत्र जाप – 5 से 7 दिनों में होता है।

इस पूजा की लागत ₹2,100 से ₹7,500 तक हो सकती है, जो मंत्रों की संख्या और पंडितों की संख्या पर निर्भर करती है। यह जानकारी अनुमानित है, पूजा की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित कांता शर्मा जी से संपर्क करें।

उज्जैन में महामृत्युंजय जाप पूजा बुकिंग कैसे करें?

महामृत्युंजय जाप से जीवन में कई प्रकार के अद्भुत लाभ और चमत्कार देखने को मिले है। यदि आप भी अपने जीवन में शांति, स्वास्थ्य और सफलता की कामना रखते हैं, तो उज्जैन में वैदिक विधि से महामृत्युंजय जाप करना सबसे श्रेष्ठ उपाय है।

जाप बुकिंग के लिए आज ही उज्जैन के योग्य पंडित कांता शर्मा जी से नीचे दिये गए नंबर पर संपर्क करें और पूजा के विषय में अधिक जानकारी प्राप्त करें।

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