अगर आप अपने जीवन में गुरु चांडाल दोष के प्रभाव से परेशान है तो आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाएँ और इस दोष से छुटकारा पाने के लिए उज्जैन के अनुभवी पंडित कान्ता शर्मा जी से गुरु चांडाल दोष पूजा पूरे विधि-विधान से उज्जैन में कराएं। आज ही उज्जैन के योग्य पंडित जी से नीचे दिये गए नंबर पर संपर्क करे अपनी पूजा बुक करें।
जन्म कुंडली में जब बृहस्पति (गुरु ग्रह) और राहु-केतु एक साथ आ जाते हैं, तब इसे गुरु चांडाल दोष कहा जाता है। यह योग व्यक्ति के जीवन में बाधाएं, शिक्षा और करियर में रुकावट, वैवाहिक जीवन में तनाव, संतान सुख में विलंब और मानसिक अशांति ला सकता है। ज्योतिष शास्त्र में इसे अत्यंत अशुभ दोष माना गया है।यह दोष जीवन मे कई समस्याए लाता है। अगर गुरु चांडाल दोष लग्न के पंचम भाव या नवे भाव मे हो तो बहुत ही हानिकारक माना जाता है।
उज्जैन में पूजा के साथ कुछ अतिरिक्त उपाय गुरु चांडाल दोष के प्रभाव को कम करते हैं जो की निम्नलिखित है :
गुरु मंत्र: ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः (108 बार, गुरुवार को, पीली माला से)।
राहु मंत्र: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः (108 बार, रुद्राक्ष माला से)।
केतु मंत्र: ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः (108 बार, रुद्राक्ष माला से)।
किसी अनुभवी ज्योतिषी की सलाह पर पुखराज (Yellow Sapphire) धारण करें।
रोज़ हनुमान चालीसा का पाठ करें और गुरुवार को गणेश मंदिर में दर्शन करें।
गुरुवार को पीले वस्त्र, चने की दाल, और हल्दी का दान करें।
गुरु चांडाल दोष पूजा व्यक्ति के जीवन में शांति, स्थिरता सकारात्मक ऊर्जा और गुरु चांडाल दोष के प्रभाव को कम करती है। गुरु और राहु के अशुभ प्रभावों को शांत करने के लिए यह पूजा कराना अनिवार्य मानी जाती है। गुरु चांडाल पूजा करवाने से जीवन में नई ऊर्जा आती है और रुके हुए कार्यों में सफलता मिलने लगती है।
उज्जैन महाकाल की नगरी और ज्योतिष का प्रमुख केंद्र माना जाता है। यहां स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और पवित्र शिप्रा नदी के तट पर की गई पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है। प्राचीन ग्रंथों में उल्लेख है कि उज्जैन में की गई शांति पूजा शीघ्र फलदायी होती है।
उज्जैन में गुरु चांडाल दोष पूजा कराने से दोष के नकारात्मक प्रभाव शांत होते है और सभी समस्याएँ समाप्त हो जाती है। ये पूजा इस प्रकार की जाती है:
पूजा से पहले स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण किए जाते हैं।
पंडित जी विशेष गुरु-राहु शांति मंत्रों का उच्चारण करते हैं।
नवग्रह शांति, राहु शांति और गुरु ग्रह की विशेष आराधना की जाती है।
हवन, दान और ब्राह्मण भोज का आयोजन होता है।
अंत में आशीर्वाद लेकर पूजा का समापन किया जाता है।
जब राहू, गुरु के साथ कोई दूसरा ग्रह भी साथ रहे तो इस दोष का प्रभाव कम हो जाता है, परमात्मा की असीम कृपा हो, बृहस्पति उच्च राशि मे हो तो निम्न दशाओ मे गुरु चांडाल दोष का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर नहीं पड़ता है।
उज्जैन में गुरु चांडाल दोष पूजा का खर्च लगभग ₹2,100 से 5,000 रुपये के बीच होता है। यह खर्च पंडित जी की दक्षणा, पूजा के प्रकार, विधि और सामग्री पर निर्भर करता है। पूजा के खर्च की सटीक जानकारी के लिए अभी उज्जैन के योग्य पंडित जी से संपर्क करें।
पंडित जी के पास वर्षभर गुरु चांडाल दोष निवारण पूजा के लिए लोग आते है, और अपनी समस्याओ और बाधाओ से छुटकारा पाते है। अगर आप भी गुरु चांडाल दोष पूजा उज्जैन मे करवाना चाहते है, तो नीचे दी गई बटन पर क्लिक करके पंडित जी से बात कर सकते है।
गुरु चांडाल दोष की सामान्य पूजा 1 दिन में पूरी हो जाती है। विशेष संकल्प और अधिक मंत्र जाप वाली पूजा 2 से 3 दिन तक चल सकती है।
गुरु चांडाल दोष पूजा इस दोष का सबसे प्रभावी उपाय है, लेकिन इसके साथ-साथ अन्य उपाय भी अपनाए जा सकते हैं जैसे:- गुरुवार का व्रत रखना, पीले रंग के वस्त्र धारण करना, गरीबों और ब्राह्मणों को पीली वस्तुएँ दान करना, नियमित गुरु बीज मंत्र का जाप करना आदि।
हाँ, उज्जैन में अब कई अनुभवी पंडित और सेवा प्रदाता ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा देते हैं। आप फोन कॉल, वेबसाइट, या व्हाट्सएप के माध्यम से पूजा बुक कर सकते हैं।
आमतौर पर पूजा के बाद 90 से 120 दिनों में सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगते हैं। हालांकि, यह व्यक्ति की कुंडली, ग्रह स्थिति और व्यक्तिगत कर्मों पर भी निर्भर करता है।