शेषनाग कालसर्प दोष

शेषनाग कालसर्प दोष: कारण, प्रभाव, उपाय और पूजा बुकिंग

कालसर्प दोष को एक अत्यंत प्रभावशाली और रहस्यमयी योग माना गया है। जब यह दोष किसी व्यक्ति की कुंडली में बनता है, तो उसका जीवन संघर्षों, मानसिक तनाव, रुकावटों और अप्रत्याशित कठिनाइयों से भर जाता है।
इनमें से एक सबसे प्रमुख दोष है — शेषनाग कालसर्प दोष। इसे कालसर्प दोषों में सबसे गहन और जीवन-परिवर्तनकारी माना जाता है।

शेषनाग कालसर्प दोष जीवन में कई रुकावटें लाता है, लेकिन सही पूजा और आस्था से इसे शांत किया जा सकता है। उज्जैन में कालसर्प दोष पूजा पूरे विधि-विधान के साथ करने पर जीवन में फिर से संतुलन, सफलता और सुख लौटाती है।

शेषनाग कालसर्प दोष क्या है और कैसे बनता है?

जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच फँस जाते हैं और केतु लग्न से लेकर राहु सप्तम भाव में होता है, तब शेषनाग कालसर्प दोष बनता है। यह योग व्यक्ति के संबंधों, वैवाहिक जीवन, साझेदारी और सामाजिक पहचान को गहराई से प्रभावित करता है। यह दोष विशेष रूप से विवाह, व्यापारिक साझेदारी और सामाजिक छवि से जुड़ी परेशानियों का कारण बनता है।

शेषनाग कालसर्प दोष बनने के कारण क्या है?

ज्योतिष के अनुसार यह दोष तब बनता है जब व्यक्ति के पिछले जन्म के कर्म अधूरे रह जाते हैं या उसने किसी के साथ अन्याय, धोखा या शत्रुता की हो। कभी-कभी यह दोष पूर्वजों के अधूरे कर्मों या पितृदोष के परिणामस्वरूप भी बनता है। शेषनाग कालसर्प दोष वाले व्यक्ति को अपने कर्मों का फल इस जन्म में बाधाओं के रूप में भुगतना पड़ता है।

शेषनाग कालसर्प दोष के लक्षण और प्रभाव कौन-कौन से है?

अगर आपकी कुंडली में यह दोष है, तो जीवन में निम्नलिखित लक्षण देखने को मिल सकते हैं:

  1. विवाह में देरी या वैवाहिक जीवन में अस्थिरता
  2. व्यापार या साझेदारी में धोखा या विवाद
  3. अचानक मानसिक तनाव या आत्मविश्वास की कमी
  4. रिश्तों में विश्वास की कमी और बार-बार टूटन
  5. कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान की हानि
  6. किसी कारणवश अकेलापन या असुरक्षा की भावना
  7. सपनों में सर्प दिखाई देना या डरावने सपने आना

शेषनाग कालसर्प दोष के प्रभाव

यह दोष व्यक्ति की सामाजिक छवि, वैवाहिक स्थिरता और मानसिक शांति पर गहरा प्रभाव डालता है। ऐसे लोग अक्सर अपने प्रियजनों से दूरी महसूस करते हैं और कई बार रिश्तों में गलतफहमियां बढ़ती हैं। व्यवसायिक मामलों में भी साझेदारों से मतभेद या नुकसान का योग बनता है। कुल मिलाकर यह दोष व्यक्ति के जीवन में “अपूर्णता” की भावना लाता है — चाहे वह रिश्तों में हो या सफलता में।

शेषनाग कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय कौन-कौन से है?

  1. उज्जैन में कालसर्प दोष निवारण पूजा करवाना सबसे प्रभावी उपाय है।
  2. प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र या राहु-केतु बीज मंत्र का जाप करें।
  3. सोमवार के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करवाना अत्यंत शुभ रहता है।
  4. गौ सेवा, नाग देवता की पूजा और श्रावण मास में जलाभिषेक करना लाभदायक होता है।
  5. राहु-केतु के लिए काला तिल, नीला कपड़ा और लोहा का दान करें।

उज्जैन में कालसर्प दोष निवारण पूजा विधि:

उज्जैन में कालसर्प दोष पूजा भगवान महाकाल की कृपा प्राप्त करने और राहु-केतु के दोषों को शांत करने के लिए की जाती है। सबसे पहले पंडित जी जन्म कुंडली देखकर शुभ मुहूर्त तय करते हैं। पूजा महाकालेश्वर मंदिर के समीप विशेष विधि से संपन्न होती है, जिसमें संकल्प, अभिषेक, नाग देवता की पूजा और महामृत्युंजय मंत्र जाप किया जाता है।

पूजा विधि के प्रमुख चरण:

  1. स्नान और शुद्धिकरण के बाद पवित्र वस्त्र धारण करना
  2. पंडित जी द्वारा पूजा स्थल पर संकल्प करवाना
  3. कालसर्प योग का शांति पाठ और नाग देवता की पूजा
  4. रुद्राभिषेक एवं महामृत्युंजय मंत्र जाप
  5. हवन और पूजा समापन के बाद प्रसाद वितरण

यह पूरी विधि लगभग 1 से 1.5 घंटे तक चलती है और उज्जैन में किए जाने से इसका फल कई गुना अधिक होता है।

शेषनाग कालसर्प दोष पूजा से मिलने वाले लाभ

  • मानसिक और पारिवारिक शांति
  • वैवाहिक जीवन में स्थिरता और आपसी समझ
  • व्यापारिक साझेदारी में सफलता
  • शत्रुओं से रक्षा और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि
  • पुराने कर्म बंधन और पितृदोष से मुक्ति
  • जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार

उज्जैन में शेषनाग कालसर्प दोष पूजा क्यों विशेष है?

उज्जैन, भगवान महाकाल की नगरी, कालसर्प दोष निवारण पूजा के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। यहाँ की पूजा शास्त्रीय विधि, सिद्ध पंडितों और सटीक ग्रह स्थितियों के अनुसार की जाती है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के प्रभाव से यहां की पूजा अधिक फलदायी होती है।

उज्जैन में शेषनाग कालसर्प दोष पूजा बुकिंग कैसे करें?

आप उज्जैन के अनुभवी और प्रमाणित पंडित जी से संपर्क करके ऑनलाइन या ऑफलाइन बुकिंग कर सकते हैं। बुकिंग के समय आपकी कुंडली देखकर सही दिन और विधि निर्धारित की जाती है। पूजा के विषय मे ओर अधिक तथा सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से नीचे दिये गए नंबर पर संपर्क करें।

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